बिहार राज्य के एक कैबिनेट मंत्री पिच्छले ६ माह से अपने विभाग में चल रहे घोटाले से औगत थे । उन्होंने सम्बंधित अधिकारीयों को रोकने का प्रयास किया। अधिकारीयों ने अनसुनी कर दी। मुख्या मन्त्री नितीश यादव से शिकायत करने गए, वो मिले नहीं। अपनी ही सरकार के एक मंत्री को उन्होंने ६ माह तक मिलने का समय नहीं दिया। ये कोई खबर नहीं बनी। तंग आ कर मंत्री जी ने मुख्या मंत्री को रजिस्टर्ड पात्र के माध्यम से अपनी चिंता से अवगत कराया। अब तो नितीश जी को एक्शन लेना ही पड़ा होगा। जी हाँ उन्होंने एक्शन लिया....शिकायत करने वाले मंत्री के खिलाफ!!! मंत्री जी से अपना बिस्तर बोरिया बांध लेने को कहा गया।
मुझे ये खबर सब से पहले एक वेबसाइट से मिली। वेबसाइट के न्यूज़ पेज पे आश्चर्यजनक हेडिंग थी "Bihar Exise Minister Gets THE BOOT" और खबर में मंत्री को निकले जाने के निर्णय का कारण ये बताया गया था की मंत्री ने पद की मर्यादा के विपरीत आचरण किया। वेबसाइट एडिटर अगर आदर्श आचरण का भी कुछ सुनहरा उदहारण लिख देते तो हम अज्ञानियों का उद्धार हो जाता। निश्चय ही आपका हक है की आप इस वेबसाइट का नाम जानें और याद रखें। ये कु कृत्य rediff ने अंजाम दिया .
Friday, February 26, 2010
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